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जिन मात पिता ने जन्म दिया , उन्हें गये हुए , हुए कई दिवस |
भर्तृहरि वैराग्य शतक ...
काव्य भावानुवाद ..
डॉ.ओ.पी.व्यास ..
जिन मात पिता ने जन्म दिया ,
उन्हें गये हुए , हुए कई दिवस |
सह पाठी गण के नाम शेष ,
सब हुए काल के ही हैं वश ||
हम भी एक वृक्ष , नदी तट के ,
जो बालू में है खड़ा हुआ |
जा रहे दिनों दिन मृत्यु निकट ,
देखेंगे लोग कभी पड़ा हुआ ||
[ 35 ]
भर्तृहरि वैराग्य शतक
काव्य भावानुवाद ..
डॉ.ओ.पी.व्यास
5|२|1997
बुधवार
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जिन मात पिता ने जन्म दिया , उन्हें गये हुए , हुए कई दिवस |
भर्तृहरि वैराग्य शतक ...
काव्य भावानुवाद ..
डॉ.ओ.पी.व्यास ..
जिन मात पिता ने जन्म दिया ,
उन्हें गये हुए , हुए कई दिवस |
सह पाठी गण के नाम शेष ,
सब हुए काल के ही हैं वश ||
हम भी एक वृक्ष , नदी तट के ,
जो बालू में है खड़ा हुआ |
जा रहे दिनों दिन मृत्यु निकट ,
देखेंगे लोग कभी पड़ा हुआ ||
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भर्तृहरि वैराग्य शतक
काव्य भावानुवाद ..
डॉ.ओ.पी.व्यास
5|२|1997
बुधवार