विविध ,(439 ) सद्विचार (दै .भा)
हिंदी कविता में .
.सकारात्मक रखो, सोच तुम ।
इसका चिंतन करो, रोज़ तुम ।|
फिर सफलता मिलेगी तुम्हें ,
व्यर्थ ढोओ नहीं, बोझ तुम ।।
डॉ. ओ.पी .व्यास
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