पृष्ठ

25 मार्च 2018

( 415 ) यौवन क्षण भंगुर , चंचल विभूति , यम दंत में मानव रहता है- डॉ.ओ.पी.व्यास

यौवन क्षण भंगुर , चंचल विभूति , यम दन्त में मानव रहता है |
परलोक   प्राप्ति   के  साधन  की , फिर भी तो उपेक्षा  करता है ||
अहो   मनुष्य , तेरी   चेष्टा , यह   कितनी     विस्मयकारी  है |

अब   तक  शिव  की महिमा तू ने , क्यों नहीं मूर्ख स्वीकारी है ||

भर्तृहरि वैराग्य शतक ,[ 41 5 \ ..श्लोक क्र. [ 99 ..1 ]...
हिंदी काव्य भावानुवाद ,
डॉ.ओ.पी.व्यास
19 . 3 . 1997 बुधवार

...................................................................................................................................................................

भृतहरि नीति शतक का काव्यानुवाद