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7 जून 2013

श्री भगवान विष्णु का मंत्र

श्री भगवान विष्णु का मंत्र ......
 ॐशांता कारं भुजग शयनम पद्म नाभं सुरेशम ,|
विश्वानि धारम , गगन सद्रशम ,मेघ वरणम ,शुभांगम ,|| 
लक्ष्मी कांतम ,कमल नयनम , योगिविरध्यान  गमयम ,| 
वंदे विष्णु भव भय हरम ,सर्व लोकैक ,नाथम ||



काव्य भावानुवाद ....

 आकार शांत वाले |
                      शय्या भुजंग काले || 
नाभि में कमल जिनके  || 
              ,सेवक हैं देव उनके||
आधार हैं जगत के |
                     सद्रश हैं गगन के ||
मेघों के जैसा रंग है |
                     शुभ शुभ हर एक अंग है ||
कोमल कमल नयन हैं |
                     जहां योगिओं के मन हैं ||
लोकों के नाथ हैं वे |
                    मेरे भी साथ हैं वे |
हे लक्ष्मी कान्त वंदे |
                   भव भय प्रशांत वंदे ||
                             डॉ . ओ .पी .व्यास 
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भृतहरि नीति शतक का काव्यानुवाद