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23 नव॰ 2014

मिशन स्वछता ....हास्य व्यंग्य कविता ...डॉ.ओ.पी.व्यास गुना म.प्र.

हास्य व्यंग्य कविता डॉ. ओ. पी. व्यास गुना म.प्र .

मिशन स्वच्छता 

मिशन स्वच्छता का सुनो , भैया ताजा  हाल |

सेठानी ने मुबारक पर फेंकी ऊपर से [ बासी] दाल ||

पड़ी मुबारक के ऊपर बिगड़े कपड़े साफ़ ||

सेठानी घबरा गई , बोली करना माफ़ ||

भैया दाल बासी नहीं, अभी बनी है ताजी |

बोले मुबारक फेंक ही दो, रोटी  भी  मा ताजी  ||

भृतहरि नीति शतक का काव्यानुवाद