[ 396 ]
श्लोक क्र . [ 80 ] .
.परमेश्वर कौन ..
शैल शिला की शैय्या जिनकी ,
गिरि की कन्दरा घर जिनका |..
भर्तृहरि वैराग्य शतक .
.हिंदी काव्य भावानुवाद
..डॉ.ओ.पी.व्यास
परमेश्वर कौन ..
शैल शिला की शैय्या जिनकी ,
गिरि की कन्दरा घर जिनका |
वस्त्र हैं जिनके वृक्ष छाल के ,
भोजन है कोमल फल का ||
झरनों का जल पिएँ प्यास में ,
विद्या रुपी स्त्री रत |
पर सेवा को बंधी ना अंजलि ,
वे परमेश्वर मेरा मत ||
श्लोक क्र . [ 8 0 ]
भर्तृहरि वैराग्य शतक
हिंदी काव्य भावानुवाद
डॉ.ओ.पी.व्यास
श्रीमति राम कुंवर बाई व्यास माताजी
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श्लोक क्र . [ 80 ] .
.परमेश्वर कौन ..
शैल शिला की शैय्या जिनकी ,
गिरि की कन्दरा घर जिनका |..
भर्तृहरि वैराग्य शतक .
.हिंदी काव्य भावानुवाद
..डॉ.ओ.पी.व्यास
परमेश्वर कौन ..
शैल शिला की शैय्या जिनकी ,
गिरि की कन्दरा घर जिनका |
वस्त्र हैं जिनके वृक्ष छाल के ,
भोजन है कोमल फल का ||
झरनों का जल पिएँ प्यास में ,
विद्या रुपी स्त्री रत |
पर सेवा को बंधी ना अंजलि ,
वे परमेश्वर मेरा मत ||
श्लोक क्र . [ 8 0 ]
भर्तृहरि वैराग्य शतक
हिंदी काव्य भावानुवाद
डॉ.ओ.पी.व्यास
श्रीमति राम कुंवर बाई व्यास माताजी
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