[ 400 ] ..श्लोक क्र . [ 84 ]..यद्यपि शंकर , विष्णु , जनार्दन ,एक ,भेद का नहीं सवाल |मेरी भक्ति उन्हीं शिव पर ,पर , तरुण चन्द्रमा जिनके भाल ||
भर्तृहरि वैराग्य शतक ,हिंदी काव्य भावानुवाद , डॉ.ओ.पी.व्यास ..
यद्यपि शंकर , विष्णु , जनार्दन ,एक , भेद का नहीं सवाल |मेरी भक्ति उन्हीं शिव पर ,पर ,तरुण चंद्रमा जिनके भाल || श्लोक क्र . [ 84 ] भर्तृहरि वैराग्य शतक , हिंदी काव्य भावानुवाद , डॉ.ओ.पी.व्यास
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भर्तृहरि वैराग्य शतक ,हिंदी काव्य भावानुवाद , डॉ.ओ.पी.व्यास ..
यद्यपि शंकर , विष्णु , जनार्दन ,एक , भेद का नहीं सवाल |मेरी भक्ति उन्हीं शिव पर ,पर ,तरुण चंद्रमा जिनके भाल || श्लोक क्र . [ 84 ] भर्तृहरि वैराग्य शतक , हिंदी काव्य भावानुवाद , डॉ.ओ.पी.व्यास
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