कल कर लेंगे, कल कर लेंगे, कर लेंगे हम फिर।
अरे , रहे काम रावण के रह गये, जिसके थे दस सिर ।।
[ 1 ]
सोने में सुगन्ध लाना है, स्वर्ग नसेनी बनबाना है।
सागर को मीठा करना है, मगर राम से पड़ा मरना है।
जो भी करना अभी कर, कोई नहीं अमर।
रहे काम रावण के रह गये , जिसके थे दस सिर ।
[ २ ]
काल करे तो आज कर ,आज करे सो अब्ब।
पल में परले होयगी बहुरि करेगो कब्ब ।
जब मरना ही है, एक दिवस , तो फिर काहे को डर।
रहे काम रावण के रह गये ,जिसके थे दस सिर।
[ ३ ]
आज करे सो अभी कर, अभी करे सो हाल।
काल काल के करे से, काल आयगो काल ।
चरेवेति,चलता रह दूर बहुत है नगर।
रहे काम रावण के रह गये जिसके थे दस सिर। डॉ.ओ.पी.व्यास गुना म.प्र.
9/7/2016 शनिवार