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5 अग॰ 2014

शेर हैं कितने बचे ...डॉ. ओ.पी. व्यास

                     

शेर हैं कितने बचे

[हास्य कविता कार्टून पर आधारित डॉ.ओ.पी.व्यास ] ?



जब होता वाइफ से झगड़ा, फैंसला कर लेता हूँ तगड़ा || 

अब तो मरना ही बेहतर है,कहती मगर समझ ये पर है //

अब भारत में शेर हैं कितने ? बचे रहें जितने हैं उतने || 


भृतहरि नीति शतक का काव्यानुवाद