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21 मार्च 2018

[ 407 ] ..श्लोक क्र. ..[ 91 ]...मानव को जीवन मिला जीने को सौ साल | उसका ब्योरे वार से , सुन लो भैय्या हाल ||..डॉ.ओ.पी.व्यास

[ 407 ] ...श्लोक क्र. [  [ 91 ] ..मानव को जीवन मिला  , जीने को सौ साल | उसका   ब्योरे  वार  से   ,भैय्या सुन लो हाल |||
भर्तृहरि वैराग्य  शतक ,
हिंदी काव्य भावानुवाद ,
डॉ.ओ.पी.व्यास
मानव को जीवन  मिला , जीने  को सौ साल |
इसका    ब्योरे  वार से  , भैय्या सुन लो हाल ||
सुन  लो  भैय्या   हाल , गया  आधा  सोने में |
उससे  आधा   याने 25   बुढ़ापे , बाल  पने में ||
शेष  बचे   25 , गये  व्याधिओं  और  दुःखों में |
धन   वानों   की  सेवा में , और उनके सुखों में ||
 बीत   गया  जल  की   तरंग सा जीवन  चंचल |
फिर प्राणी को  सुख का बताओ मिला कौन पल ||
.श्लोक क्र. [ 91 ] ,
भर्तृहरि वैराग्य शतक ,
हिंदी काव्य भावानुवाद ,
डॉ.ओ.पी.व्यास

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भृतहरि नीति शतक का काव्यानुवाद