हर पल [लम्हा ]
जो भी करिए सोच के करिए ,
हर पल युग परिवर्तक है ।
परम पिता के हाथों मानव ,
कठपुतली है ,नर्तक है ॥
कोशिश तो करते ही रहिए ,
जो कहना महाकाल से कहिए ,
वह ही बुद्धि प्रवर्तक है ॥
[लम्हे को कम ना मानिए ....लम्हा गुज़र गया तो समझो सदी गई । ....शेर ...अज्ञात ]
हर पल युग परिवर्तक है ।
परम पिता के हाथों मानव ,
कठपुतली है ,नर्तक है ॥
कोशिश तो करते ही रहिए ,
जो कहना महाकाल से कहिए ,
वह ही बुद्धि प्रवर्तक है ॥
[लम्हे को कम ना मानिए ....लम्हा गुज़र गया तो समझो सदी गई । ....शेर ...अज्ञात ]