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4 जन॰ 2018

335 / 27 / ...पूर्व काल में विद्या का था , एक मात्र उद्देश | विद्वानों का हरण हो सके किसी भांति से क्लेश ||..भर्तृहरि वैराग्य शतक ..काव्य भावानुवाद ..डॉ.ओ.पी.व्यास

335/ 27 /..  पूर्व काल में  विद्या का था , एक मात्र उद्देश  |
भर्तृहरि  वैराग्य शतक ..
काव्य भावानुवाद ...
डॉ. ओ. पी. व्यास ...
पूर्व   काल   में   विद्या   का  था , एक  मात्र  उद्देश  |
विद्वानों   का  हरण  हो सके किसी भांति से क्लेश ||
 कुछ   काल  किया  इसको  विषयी पुरुषों ने धारण |
 हुई  अधो गति विद्या ,नृप विमुख शास्त्र के कारण ||
भर्तृहरि वैराग्य शतक ..
काव्य भावानुवाद ..
डॉ.ओ.पी. व्यास
2 / 2 / 1997 सोमवार
श्री मान आगम प्रसाद जी मार्केटिंग मैनेजर साहब l i c डॉ. ओ.पी.व्यास jt.सेक्रेटरी जीवन बीमा अभिकर्ता संघ गुना म.प्र.
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भृतहरि नीति शतक का काव्यानुवाद