[ 314 ] ...भर्तृहरि वैराग्य शतक ..
हिंदी काव्यानुवाद ...डॉ.ओ.पी.व्यास
अनुक्रमणिका [ विषय सूची ]..
[1] चूड़ोतंमसित चारू चन्द्र कलिका चन्चछिखाभास्वरो ..
[२ ] बोद्धार ...
[ 3 ] न संसारोंत्पन्न ...
[ 4 ] उत्खातं ...
[ 5 ] भ्रान्तं ..
[ 6 ] खलालापः ...
[ 7 ] आदित्यस्य ...
[ 8 ] दीना दीनमुखै...
[ 9 ] निवृत्ता भोगेच्छा...
[ 10 ] हिंसाशून्य ..
[ 11 ] न ध्यातं ..
[ 12 ] भोगा न भुक्ताः..
[ 13 ] क्षान्तंम न क्षमया ..
[14 ]वलिभिरमुखमाक्रातम ...
[ 15 ] येनैवाम्बरखंडेन ....
[ 16 ] अवश्यम ...
[ 17 ] विवेकव्याकोशे...
[ 18 ] भिक्षाशनम ...
[ 19 ] स्तनो...
[ 20] अजाननमाहात्म्यम...
क्रमशः...
हिंदी काव्यानुवाद ...डॉ.ओ.पी.व्यास
अनुक्रमणिका [ विषय सूची ]..
[1] चूड़ोतंमसित चारू चन्द्र कलिका चन्चछिखाभास्वरो ..
[२ ] बोद्धार ...
[ 3 ] न संसारोंत्पन्न ...
[ 4 ] उत्खातं ...
[ 5 ] भ्रान्तं ..
[ 6 ] खलालापः ...
[ 7 ] आदित्यस्य ...
[ 8 ] दीना दीनमुखै...
[ 9 ] निवृत्ता भोगेच्छा...
[ 10 ] हिंसाशून्य ..
[ 11 ] न ध्यातं ..
[ 12 ] भोगा न भुक्ताः..
[ 13 ] क्षान्तंम न क्षमया ..
[14 ]वलिभिरमुखमाक्रातम ...
[ 15 ] येनैवाम्बरखंडेन ....
[ 16 ] अवश्यम ...
[ 17 ] विवेकव्याकोशे...
[ 18 ] भिक्षाशनम ...
[ 19 ] स्तनो...
[ 20] अजाननमाहात्म्यम...
क्रमशः...