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तेजस्वी गृह व्योम में ,
ब्रहस्पति सम और |
पर दानव पति जो राहु हैं ,
करें ना उन पर गौर ||
राहु पराक्रम रूचि रखें ,
करें ना उनसे बैर |
चन्दा , सूरज की मगर ,
होती नहीं है खैर ||
क्योंकि परम तेजस्वी हैं ,
सूर्य , शशि ग्रह दोय |
ग्रास अमावस पूर्णिमा ,
इन दोंनो का होय ||
[ 34 ]
३३४३४३४३४३४३४३४३४३४३४३४३४
34343434343434343343443434
तेजस्वी गृह व्योम में ,
ब्रहस्पति सम और |
पर दानव पति जो राहु हैं ,
करें ना उन पर गौर ||
राहु पराक्रम रूचि रखें ,
करें ना उनसे बैर |
चन्दा , सूरज की मगर ,
होती नहीं है खैर ||
क्योंकि परम तेजस्वी हैं ,
सूर्य , शशि ग्रह दोय |
ग्रास अमावस पूर्णिमा ,
इन दोंनो का होय ||
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