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10 सित॰ 2016

१४८ श्लोक क्र.12 ...साहित्य , कला , संगीत से , नर जो भी हैं हीन | पूँछ , सींग जिनके नहीं पशु साक्षात वो दीन ||....

१४८   श्लोक क्र . 12  ...
साहित्य , कला , संगीत  से  नर जो भी हैं हीन |
                        पूँछ , सींग  जिनके  नहीं  , पशु , साक्षात  वो  दीन ||
पशुओं  का सौभाग्य  यह ,नर  नहीं खांय हैं घास |
                         वरना पशु क्या  , जीमते,,तुम्हीं बताओ ,' व्यास' || 12

भृतहरि नीति शतक का काव्यानुवाद