पृष्ठ

19 फ़र॰ 2015

श्री राम रक्षा स्तोत्र भावानुवाद ...डॉ.ओ.पी . व्यास


श्री राम रक्षा स्तोत्र ....भावानुवाद .. 
.डॉ . ओ.पी . व्यास ....
श्री राम चरित यह ,
शत शत कोटि विस्तरित है |
महापाप नाशक है एक एक अक्षर ,
कैसा भी हो पापी पाता सद्गति है|| 
ध्यान धरें आजानु बाहु श्री राम हैं |
निशि वासर धारण करते धनु वाण हैं  ||
स्थित रहते पदमासन पर श्याम हैं |
शोभित पीत वसन,  माँ सीता वाम हैं  ||
नेत्र करें स्पर्धा नये कमल दल से |
हैं प्रसन्न वे सदा ,भरे अतुलित बल से ||
अति सुंदर आभा वाले हैं नीरद की | 
माँ सीताजी निरख रहीं शोभा मुख की ||
जिनके केश जटा मण्डल सम शोभित हैं |
उन श्री राम प्रभु पर सब जन मोहित हैं ||
_______________________________
भावानुवाद ....डॉ.ओ.पी.व्यास गुना म.प्र .16 11 2014 रविवार
+++++++++++++++++++++++++++

भृतहरि नीति शतक का काव्यानुवाद