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13 जुल॰ 2014

अच्छे दिन

                        अच्छे दिन ?

                    [ डॉ.ओ.पी .व्यास ]


अच्छे दिन तब आयेंगे , जब अच्छे होंगे काम .
अच्छे कामों के निकलेंगे ,अच्छे ही परिणाम ..
अच्छे ही परिणाम ,काम जो कुछ ना करते .
उनके अच्छे दिन ,आने से हर दम डरते .
कह कवि ओ.पी.व्यास ,चाहें हम मलाई के तो लच्छे .
उसके लिए जरूरी , काम करने हैं अच्छे ..



बोयें पेड़ बबूल के , और चाह रहे हम आम .
दूध को दोहते हैं चलनी में ,क्या हो फिर परिणाम ..
अच्छे दिन को चाहिए , अच्छे होवें काम .
वरना एक दिन होएगा ,सत्य राम का नाम ..
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१३/७/२०१४ रविवार 
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भृतहरि नीति शतक का काव्यानुवाद