[ २] प्रश्न ?. कुमारी ...ज्ञान मुरली आधारित रचना .. बी.के....डॉ.ओ.पी . व्यास गुना म.प्र.भारत
ओम शांति ... प्रश्न ?
प्रश्न अब क्या शेष है ?
प्रश्न के क्या प्रश्न हैं ? ?
भूल से भी भूल , ना है ,
ज़िन्दगी में जश्न है ||
ख़ुश हुआ मन , ख़ुश हुआ तन ,
शिव , ज्ञान गंगा , गगन में ,
अव्यक्तता में खो गई ||
पार अब हम सितारों से ,
योग बल से जा रहे |
शक्तियाँ बाबा से सारी ,
बैठे , बैठे पा रहे ||
सिद्धियाँ आठों , नवों निधिओं ,
को पल में पा गए |
सारे जगत पर छा गए ||
मिल गये सारे खजाने ,
बाप का बरसा मिला |
अभी तक तो भटकते थे ,
पिता हमसे आ मिला ||
हाथ बाबा ने पकड़ कर ,
धन्य हमको कर दिया |
इक रूहानी नूर से ,
और नशे से भर दिया ||
अब नहीं कंगाल हैं हम ,
अब बड़े , ख़ुश हाल हैं |
ज्ञान रत्नों से भरे हम ,
कितने मालामाल हैं ||
माया है भय भीत हमसे ,
हो गये हम धन्य हैं |
हमसे बढ़ कर अब भला ,
दूसरा ना अन्य है ||
प्रश्न अब क्या शेष हैं ,
प्रश्न के क्या प्रश्न हैं ? |
भूल से भी भूल ना है ,
ज़िन्दगी में जश्न हैं ||
[ बी . के. डॉ.ओ.पी. व्यास गुना म.प्र.]
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