-: शिव बाबा का अखुट खजाना :-
[ एक ज्ञान मुरली पर आधारित सुंदर कविता | बी.के डॉ.ओ.पी.व्यास गुना म.प्र ]
शिव बाबा का अखुट खजाना ,
ले ले मीठे बच्चे तू |
जितना बांटे बढ़ता जाए ,
बांट रतन ये सच्चे तू ||
सेवा धारी बन जा विश्व का ,
हो जा सिम्पल ,सेम्पल तू |
विश्व देख कर, , हो , आकर्षित ,
कर दे सब में हलचल तू ||
इस दुनिया के शो केस में ,
शो पीस सा चमके तू |
होवें कार्य असम्भव ,सम्भव ,
द्रढ़ता कारण दमके तू ||
कभी ना मिस करना मुरली को ,
बाबा को तलाक़ मत दे |
बाबा तुझमें हिम्मत दे ||
ज्ञान को सुन ले योग लगा ले ,
काम सभी कर अच्छे तू |
शिव बाबा का अखूट खजाना ,
ले ले मीठे बच्चे तू |
जितना बांटे बढ़ता जाए ,
बांट रतन ये सच्चे तू ||
[ बी,के. डॉ.ओ.पी. व्यास गुना म.प्र. भारत ]
[ 27 / 10 / 2002 रविवार ]
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