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26 अक्तू॰ 2016

[ 83 ]......भूषण है ऐश्वर्य का , सज्जनता श्रीमान | संयम वाक शौर्य का भूषण ,शान्ति का भूषण ज्ञान ||...

भर्तृहरि नीति  शतक  काव्यानुवाद  
श्लोक संख्या 83
भूषण है ऐश्वर्य का, सज्जनता श्रीमान |
संयम वाक शोर्य का भूषण, शान्ति का भूषण ज्ञान ||

विनय शास्त्र की शोभा होती,धन, सुपात्र को दान |

तप की शोभा है अक्रोध में, प्रभुता क्षमा को जान ||

धर्म की शोभा रहो निष्कपट, रखो सभी का मान |

सदाचार सब गुण का भूषण, बहुत बड़ा गुण गान ||

..डॉ.ओ.पी.व्यास [ 83 

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भृतहरि नीति शतक का काव्यानुवाद