[ 79 ].............
पुण्य रूप अमृत से पूरित ,
जिन मन , वचन ,शरीर |
परोपकार से त्रिभुवन जीता ,
ऐंसे हैं जो वीर ||
और प्राप्त आनन्द करें जो ,
पर का कर गुण गान |
गुण परमाणु जैसा सूक्ष्म हो ,
वे कहते गिरि समान ||
कितने हैं ?संसार में ,
ऐंसे सज्जन व्यक्ति |
भरी हुई अमृत समान हो ,
जिनमें ऐंसी शक्ति ||
[ 79 ]
.. ..काव्यानुवाद....डॉ.ओ.पी. व्यास .............................................................................................
पुण्य रूप अमृत से पूरित ,
जिन मन , वचन ,शरीर |
परोपकार से त्रिभुवन जीता ,
ऐंसे हैं जो वीर ||
और प्राप्त आनन्द करें जो ,
पर का कर गुण गान |
गुण परमाणु जैसा सूक्ष्म हो ,
वे कहते गिरि समान ||
कितने हैं ?संसार में ,
ऐंसे सज्जन व्यक्ति |
भरी हुई अमृत समान हो ,
जिनमें ऐंसी शक्ति ||
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.. ..काव्यानुवाद....डॉ.ओ.पी. व्यास .............................................................................................