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10 सित॰ 2016

142 श्लोक क्र.6 ...कोई हीरा बिंध सकता क्या सरसों के पुष्पों से | खारा सागर मीठा होगा क्या मधु की बूंदों से ||...

142  श्लोक क्र .6  ...
कोई हीरा बिंध सकता क्या ? ,
                          सरसों के पुष्पों से |
खारा सागर मीठा होगा क्या ?,
                         मधु की बूंदों से  ||
काश कोई उन्मत्त बंधे गज ,
                         कोमल कमल नाल रेशों से |
पर दुष्टों को सन्मार्ग असम्भव ,
                          अमृत मय उपदेशों से ||

भृतहरि नीति शतक का काव्यानुवाद