२६
जीवों की हिंसा ना करना ,
प्र्र धन को ना हरना |
सत्य और सदाचार से रहना ,
यथा शक्ति दान करना ||
पर स्त्री की कथा ना सुनना ,
सदा मोन में रहना |
सदा तोड़ना तृष्णा अपनी ,
विनय गुरु में रखना ||
सब जीवों पर दया भाव हो ,
सदा बचाना प्राण |
सभी शास्त्र का मूल मार्ग यह ,
इसी में है कल्याण |
२२२२२२२२२२२२२२२२२२२२२२२२२२२२२२२२२
६६६६६६६६६६६६६६६६६६६६६६६६६६६६६६६६६६
जीवों की हिंसा ना करना ,
प्र्र धन को ना हरना |
सत्य और सदाचार से रहना ,
यथा शक्ति दान करना ||
पर स्त्री की कथा ना सुनना ,
सदा मोन में रहना |
सदा तोड़ना तृष्णा अपनी ,
विनय गुरु में रखना ||
सब जीवों पर दया भाव हो ,
सदा बचाना प्राण |
सभी शास्त्र का मूल मार्ग यह ,
इसी में है कल्याण |
२२२२२२२२२२२२२२२२२२२२२२२२२२२२२२२२२
६६६६६६६६६६६६६६६६६६६६६६६६६६६६६६६६६६